बिजनौर: डीएम जसजीत कौर के सख्त निर्देश: स्कूल भवन से नहीं होगा ड्रेस और किताबों का वितरण
देवरिया में जिलाधिकारी जसजीत कौर ने सोमवार को शाम 4:30 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड से संबद्ध निजी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्रबंधकों व प्रधानाचार्यों के साथ अहम बैठक की। बैठक का उद्देश्य स्कूलों में पाठ्यक्रम, शुल्क एवं ड्रेस नीति को लेकर पारदर्शिता सुनिश्चित करना था बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक जयकरण यादव समेत अन्य अधिकारी व विद्यालय प्रतिनिधि मौजूद रहे जिलाधिकारी ने कहा कि शैक्षणिक सत्र 2025-26 से फीस निर्धारण, पाठ्यक्रम और कर्मचारियों से जुड़ी सभी प्रक्रियाएं शासन के तय नियमों के तहत ही संचालित की जाएं उन्होंने स्कूल स्टाफ के वेतन भुगतान की नियमितता और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को सभी देय भुगतान समय पर सुनिश्चित करने के निर्देश दिए डीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि विद्यालय छात्रों से जुड़ी सभी फीस की जानकारी स्कूल की वेबसाइट, पीएनटी व्हाट्सएप ग्रुप और नोटिस बोर्ड पर अनिवार्य रूप से सार्वजनिक करें उन्होंने सख्त हिदायत दी कि किसी भी हालत में स्कूल परिसर से किताबें या यूनिफॉर्म वितरित न की जाएं ऐसी शिकायत पर संबंधित स्कूल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी विद्यालय पांच वर्षों से पहले यूनिफॉर्म में बदलाव नहीं करेगा और छात्रों पर किसी विशेष दुकान से किताबें खरीदने का दबाव नहीं डालेगा साथ ही फीस में कोई भी बढ़ोतरी जिला शुल्क नियमन समिति की मंजूरी के बाद ही की जाए जिलाधिकारी ने आदेश दिया कि सभी स्कूल कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग के अनुरूप वेतन मिले और समिति की बैठकें केवल पूरी उपस्थिति के साथ ही आयोजित हों समिति से जुड़ी जानकारी भी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय को उपलब्ध कराई जाए उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी स्थिति में अभिभावकों और छात्रों का आर्थिक या मानसिक शोषण सहन नहीं किया जाएगा यदि कोई छात्र प्रवेश रद्द कराता है, तो फीस वापसी सुनिश्चित की जाए इसके अलावा, आरटीई और दिव्यांग छात्रों के लिए प्रवेश प्रक्रिया को मानवीय दृष्टिकोण से सरल बनाया जाए डीएम ने निर्देश दिए कि स्कूल अपने रिसेप्शन पर बोर्ड मान्यता, कोड, उपलब्ध विषय, कक्षा अनुसार शुल्क विवरण जैसे जरूरी सूचना को प्रमुखता से प्रदर्शित करें साथ ही, अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के लिए 10% सीटें आरक्षित रखी जाएं बाइक से आने वाले छात्रों को हेलमेट पहनना अनिवार्य किया जाए और उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस के लिए प्रेरित किया जाए सभी छात्रों की अपार आईडी भी अनिवार्य रूप से बनवाई जाए