‘ऑपरेशन सिंदूर’: पहलगाम हमले के जवाब में भारत की बड़ी कार्रवाई, 9 आतंकी ठिकानों पर किया हमला
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत ने कड़ा कदम उठाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नामक सैन्य अभियान को अंजाम दिया है। इस कार्रवाई के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और POK में आतंकवादी नेटवर्क को निशाना बनाया है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, कुल 9 स्थानों पर सटीक हमले किए गए हैं, जहां से भारत विरोधी आतंकवाद की साजिश रची जा रही थी हमले के बाद पूरे देश में गुस्से का माहौल था, जिसके जवाब में भारतीय सेना ने मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात करीब 1:45 बजे यह जवाबी ऑपरेशन चलाया। इस अभियान में लगभग 90 आतंकियों को ढेर कर दिया गया। सेना ने बहावलपुर, कोटली, मुजफ्फराबाद, गुलपुर, भिंबेर, सियालकोट और मुरिदके समेत कई अहम ठिकानों को तबाह कर दिया। खासकर मुरिदके में लश्कर-ए-तैयबा के ट्रेनिंग सेंटर और बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के गढ़ को प्रमुखता से लक्ष्य बनाया गया मुरिदके लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय माना जाता है, जो 200 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। यह ठिकाना वर्षों से आतंकियों की भर्ती और ट्रेनिंग का केंद्र रहा है। इसी तरह बहावलपुर जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर का गढ़ रहा है, जो कई आतंकवादी घटनाओं में शामिल रहा है। इन स्थानों को निशाना बनाकर भारत ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ उसकी नीति में कोई नरमी नहीं बरती जाएगी हमलों के बाद विपक्ष के कई नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही संकेत दे दिया था कि आतंकियों को उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा और इसके लिए सुरक्षाबलों को पूरी छूट दी गई थी हालांकि पाकिस्तान की तरफ से यह दावा किया गया है कि भारत के इन हमलों में कुछ धार्मिक स्थलों और आम नागरिकों को भी नुकसान पहुंचा है, जिसे भारत ने सिरे से खारिज किया है। भारत का कहना है कि हमलों में केवल आतंकी ठिकानों को ही निशाना बनाया गया और नागरिकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया भारत द्वारा चलाया गया यह ऑपरेशन न केवल कड़ी कार्रवाई का संकेत है, बल्कि यह आतंकवाद के खिलाफ उसकी ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति का भी प्रमाण है।